क्वारंटीन टूरिज्म डेस्टिनेशन पर सरकार कर रही है विचार, कांग्रेस ने जताई आपत्ति

शिमला

सीएम जयराम ठाकुर (फाइल फोटो)
हिमाचल सरकार प्रदेश में क्वारंटीन टूरिज्म डेस्टिनेशन की संभावना तलाश रही है। प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते हुई भारी क्षति के मद्देनजर सरकार इस योजना पर विचार कर रही है। पर्यटन क्षेत्र को उबारने के लिए सरकार इस योजना को शुरू करने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को इस बारे में सुझाव मिले हैं कि अगर बाहर से कोई स्वस्थ व्यक्ति आकर हिमाचल में रहना चाहे तो इसके लिए यहां पर कुछ होटल और उनके डेस्टिनेशन तय किए जा सकते हैं।

इसके लिए तमाम प्रोटोकॉल फॉलो करने होंगे। हालांकि अभी यह मामला सरकार के पास विचाराधीन है।  मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि अगली कैबिनेट बैठक में इस बारे में फैसला हो सकता है। मुख्यमंत्री अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री के बयान पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश को देश के कोरोना प्रभावित लोगों को क्वारंटीन सेंटर के तौर पर प्रस्तुत करना एक गलत ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए खतरनाक निर्णय साबित हो सकता है। राठौर ने सीएम के इस प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि कांग्रेस को सरकार का यह निर्णय किसी भी स्तर पर मंजूर नहीं होगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (फाइल फोटो)

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर
उन्होंने कहा है कि यह निर्णय प्रदेश में किसी भी महामारी के लिए खुला न्योता होगा। उन्होंने कहा है कि कोरोना को लेकर प्रदेश की स्थिति सरकार से अभी ही नहीं संभल रही है। कोविड डेस्टिनेशन से तो पूरे प्रदेश में ही इस महामारी का भयंकर खतरा पैदा हो जाएगा।

राठौर ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। सरकार इसे रोकने में कारगर साबित नहीं हो रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री का प्रदेश में टूरिज्म और होटल की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कोविड 19 से प्रभावित लोगों को कोविड डेस्टिनेशन के तौर पर प्रस्तुत करना एक बड़ा जनविरोधी निर्णय साबित होगा।

राठौर ने कहा है कि उन्होंने इस बारे में होटलों के मालिकों से भी चर्चा कर उनकी राय जानी है। होटल मालिकों का साफ कहना है कि इस प्रकार का कोई भी निर्णय उन्हें किसी भी स्तर पर मंजूर नही होगा। प्रदेश कोरोना से लड़ रहा है, ऐसे में कोरोना संक्रमित लोगों को वह अपने होटलों में कैसे ठहरा सकतें है।

राठौर ने सीएम को सलाह दी है कि उन्हें प्रदेश की समस्याओं पर खुद मंथन कर ही कोई निर्णय लेना चाहिए। प्रदेश के लोगों को राहत देने के लिए केंद्र से विशेष आर्थिक मदद की मांग करनी चाहिए न कि प्रदेश को कोविड डेस्टिनेशन बनाने की।

 

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