सेना ने 24 घंटे में नौ आतंकी का किया खात्मा, एक जवान शहीद, दो घायल

जम्मू
भारतीय सेना
कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटे में भारतीय सेना ने नौ आतंकियों का सफाया किया है। आज यानी कि रविवार को आतंकियों का एक दल नियंत्रण रेखा के पास केरन सेक्टर से घुसपैठ करने की फिराक में था। आतंकियों की मौजूदगी की भनक लगते ही सेना ने मोर्चा संभाला। इसके बाद चली मुठभेड़ में सेना ने पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन को 4 पैरा स्पेशल फोर्स, 41 आरआर, 57 आरआर, 8 जाट और एसओजी कुपवाड़ा की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।

वहीं इस मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया है। साथ ही दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए ले जाया गया है। उधर, इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि अभी इलाके में आतंकी मौजूद हो सकते हैं।

इससे पहले शुक्रवार रात पुख्ता जानकारी मिलने के बाद शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने कुलगाम जिले में बटपुरा इलाके की घेराबंदी कर चार आतंकियों को ढेर किया था। आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। सभी आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन के थे। नादिमर्ग में स्थानीय लोगों की हत्या में इन्हीं आतंकियों का हाथ था।

दक्षिण कश्मीर में आतंकियों ने बीते दिनों में अलग-अलग घटनाओं में चार नागरिकों की हत्या की है। इसके मद्देनजर सुरक्षाबलों की इंटेलिजेंस ग्रिड को और सक्रिय किया गया था। इसी बीच शुक्रवार की रात पुख्ता सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चलाकर कुलगाम जिले के बटपुरा इलाके की घेराबंदी कर ली।इलाके के लोन मोहल्ले में शनिवार तड़के करीब पांच बजे घेराबंदी कसते देख छिपे आतंकियों ने भागने की कोशिश करते हुए सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फायरिंग के बाद शुरू जवाबी कार्रवाई में पहले दो आतंकी मारे गए।

इसके बाद फायरिंग भी रुक गई। यहां और आतंकियों के मौजूद होने की आशंका पर सतर्कता बरतते हुए घेरा एक बार फिर कसा गया। इसके बाद दोबारा मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें दो और आतंकी मारे गए। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की पनाहगाह बने मकान को भी विस्फोट से उड़ा दिया।

विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ए सेनगुप्ता ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की शिनाख्त अनंतनाग के आरवनी के मोहम्मद अशरफ  मलिक, दमहाल हांजीपुरा के शाहिद सिदीक और चवालगाम के वकार यत्तू के तौर पर हुई, जबकि चौथा उनका सरगना चिमर का रहने वाला एजाज अहमद नायकू उर्फ मुसा था।

एजाज अहमद 22 अगस्त, 2018 को हिजबुल मुजाहिदी से जुड़ा था। मारे गए आतंकियों के पास से एक एसएलआर, एक एके-47, एक इंसास और चीन निर्मित पिस्टल के अलावा इनकी मैगजीन भी मिली हैं।

Related posts