सांस लेने के दौरान वायरस हवा में आ जाते हैं
इस बीच अमेरिका के वैज्ञानिकों का भी मानना है कि कोरोना वायरस सांस लेने और बातचीत के जरिये भी फैल सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये हवा के जरिये फैलने वाली बीमारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी संक्रमित मरीज के सांस लेने के दौरान ये वायरस हवा में आ जाते हैं। यही वजह है कि ये वायरस तेजी से फैल रहा है। लोगों में इसके लक्षण जल्दी नहीं दिखते हैं। ऐसे में इस बीमारी से बचने के लिए लॉकडाउन और आइसोलेशन बेहद जरूरी है।
इसलिए जरूरी है मास्क
वेबसाइट सांइस को दिए इंटरव्यू में चीनी वैज्ञानिक जॉर्ज गाओ ने कहा कि हर किसी के लिए मास्क पहनना जरूरी है। जॉर्ज गाओ चाइनीज़ सेंटर फॉर डिजीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन के प्रमुख हैं। उनके मुताबिक यूरोप और अमेरिका में लोग सबसे बड़ी गलती यह कर रहे हैं कि वो मास्क नहीं पहन रहे हैं। ये वायरस ड्रॉपलेट्स और लोगों के कॉन्टैक्ट में आने से फैलता है।
यहां ड्रॉपलेट्स या सूक्ष्म तरल बूंदें बेहद अहम है। दरअसल जब आप बात करते हैं तो हमेशा आपके मुंह से ये सक्ष्म बूंदें बाहर आती हैं। बहुत से लोगों को एसिम्प्टोमैटिक या प्रीसिम्पटिक (लक्षण वाला या बिना लक्षणों वाला) संक्रमण होता है. ऐसे में अगर आप मास्क पहनते हैं तो फिर ये वायरस को आप तक पहुंचने से रोकता है।