हिमाचल की सीमा में बिना अनुमति प्रवेश की कोशिश,एक ही दिन में दो हजार लोग किए क्वारंटीन

शिमला
Coronavirus: two thousand people quarantined in Himachal in a single day
केंद्र के लॉकडाउन और हिमाचल में कर्फ्यू के बावजूद बाहरी राज्यों से हिमाचल में प्रवेश करने वालों का सिलसिला अभी नहीं थमा है। बीते रविवार को पलायन पर केंद्र की सख्ती के बाद एक ही दिन में हिमाचल में करीब दो हजार लोगों को क्वारंटीन किया गया है। रविवार को गृह मंत्रालय की ओर से सख्त निर्देश जारी होने के बाद जिला प्रशासन व पुलिस ने अब तक दो हजार लोगों को क्वारंटीन सेंटरों में ठहरा दिया है। इन लोगों में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं लेकिन ये सभी हिमाचल की सीमा में बिना अनुमति प्रवेश की कोशिश कर रहे थे। ऐसे में अब इन्हें जिलों में बनाए जा रहे क्वारंटीन सेंटरों में रखा जा रहा है।

पुलिस मुख्यालय के अनुसार बिलासपुर में 102, चंबा में 88, हमीरपुर में 213, कांगड़ा में 273, किन्नौर में 09, लाहौल स्पीति में 02, कुल्लू में 113, मंडी में 217, शिमला में 163, सिरमौर में 138, सोलन व बद्दी में 148 और ऊना में 265 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। यह संख्या सोमवार सुबह 9 बजे तक की है। सूत्रों का कहना है कि अब यह आंकड़ा दो हजार पार कर गया है।

सूत्रों के अनुसार अब एक जिले से दूसरे जिले में बिना अनुमति आने-जाने वालों को भी क्वारंटीन केंद्रों में भेजा जाएगा ताकि लोग 14 दिन तक क्वारंटीन केंद्रों में रहने के बजाय घरों में रहना ज्यादा मुनासिब समझें। हालांकि, इस बात की तस्दीक जरूर की जाएगी कि वह किस काम से घर से बाहर निकले हैं। अगर आपात स्थिति होगी तो पुलिस उन लोगों को प्रशासन की मदद से पास मुहैया कराकर गंतव्य तक पहुंचाने में भी मदद करेगी।

शिमला में प्रशासन ने बनाए पांच क्वारंटीन सेंटर

प्रदेश के अन्य जिलों से शिमला आने वालों सहित कोविड-19 के संदिग्ध लोगों को रखने के लिए पांच क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं। जिला उपायुक्त ने सरकारी स्कूल शोघी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली, धामी कॉलेज सहित श्रीराम अस्पताल न्यू शिमला और इंडस अस्पताल में यह व्यवस्था की है।

जिले के बाहर से आने वाले लोगों को इन सेंटरों में में रखने के बाद ही घर भेजा जाएगा। क्वारंटीन सेंटरों में ऐसे लोगों को भी 14 दिन की निगरानी में रखा जाएगा, जिन्हें कोरोना वायरस का संदिग्ध माना जाएगा। उपायुक्त शिमला ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है।

बेस कैंप से 3000 परिवारों को पहुंचाया राशन

जिला प्रशासन ने 3000 से अधिक परिवारों को बेस कैंप से राशन पहुंचाया। परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना और नोडल अधिकारी संजीव ठाकुर ने कहा कि जिले भर के कई स्थानों से गरीब और जरूरतमंद लोगों की कॉल आ रही है।

इन्हें राशन की सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे गैर सरकारी संगठन मदद दे रहे हैं। वे जरूरतमंदों के लिए राशन दान कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति पीओ डीआरडीए के कार्यालय में राशन का दान देने के लिए संपर्क कर सकता है।

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