अफसरों को अब विदेशों में ट्रेनिंग दी जाएगी प्रोफेशनल ट्रेनिंग, कर संग्रहण में और इजाफा व अफसरों की क्षमता विकास करने पर किया जाएगा विचार

 शिमला
सांकेतिक तस्वीर
टैक्स वसूली पर सरकार फोकस कर रही है। इसके लिए अफसरों को अब विदेशों में ट्रेनिंग दी जाएगी। अधिकारियों में क्षमता विकास के लिए आईआईएम जैसे बिजनेस स्कूलों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा विदेशों में एक्सपोजर विजिट की कवायद भी है। पिछले एक साल में कर और आबकारी विभाग ने कर संग्रहण के क्षेत्र में अच्छा काम किया है।
विभाग ने करीब एक हजार करोड़ रुपये का ज्यादा कर संग्रहण किया। आला अधिकारियों का मानना है कि संग्रहण के काम में अगर अधिकारी और प्रोफेशनल तरीके से काम करें तो कर संग्रहण में और इजाफा हो सकता है। ज्यादा कर संग्रहण का सीधा असर सरकार को विभिन्न कार्यों के लिए लोन लेने वाली राशि पर पड़ता है। ऐसे में शासन भी अब अफसरों की क्षमता विकास करने पर विचार कर रहा है।

प्रमुख सचिव कुंडू ने कहा कि विभाग के अधिकारियों की क्षमता का निर्माण के लिए राज्य सरकार से आईआईएम और इंडियन स्कूल ऑफ  बिजनेस जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में प्रशिक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया जाएगा। इसके साथ ही जीएसटी राजस्व संग्रह में बेहतर कार्य करने वाले देशों में एक्सपोजर के लिए विभाग के अधिकारियों को भेजने के लिये राज्य सरकार से अनुरोध किया जाएगा।

Related posts