“इतनी उम्र हो गई, इतना भाषण दिया मैंने और मुझे लगा की तुम ठीक हो गए होगे। ‘दिस इज टू मच’ और ये तरीका ठीक नहीं है तुम्हारा। आम जनता तो तुम्हारे ऑफिस जाती ही नहीं होगी। किंग कोबरा बने फिर रहे हो, ये क्या तरीका है तुम्हारा, और लोग शिकायत कर रहे हैं तुम्हारी। इतना तो आप हमारे साथ कर रहे हो, जनता के साथ क्या करते होंगे। यह तो बड़ा अन्याय है, एक्सईएन साहब हिदायत दे दो इस बंदे को नहीं तो अगर हमें एक्शन लेना पड़ा तो सरकार एक्शन भी ले लेगी। हम लोग जनता के सेवक हैं, मैं भी आप भी। जनता के लिए काम करते हैं हम लोग। अगर जनता के साथ हमारा व्यवहार ठीक नहीं हैं, तो क्या काम करेंगे। अगर आप दो गालियां देकर काम कर भी दोगे तो क्या काम किया आपने। ये नहीं तरीका ठीक, मुझे नहीं पता। कमाल हो गया, इतनी उम्र हो गई हमारी।इसके बाद बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता और एक्सईएन वहां से चले गए। प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति में जनमंच कार्यक्रम नहीं हुए। जनमंच कार्यक्रमों के दौरान क्षेत्र के लोगों ने अपनी समस्याओं को उठाया और इनका मौके पर ही निपटारा किया गया।
चंबा में मंत्री महेंद्र सिंह, मंडी के नाचन में बिक्रम सिंह, ऊना के कुटलैहड़ में वीरेंद्र कंवर, कांगड़ा में गोविंद ठाकुर, बिलासपुर सदर में राजीव सैजल, हमीरपुर के भोरंज में सुरेश भारद्वाज, कुल्लू बंजार में रामलाल मारकंडा, शिमला ग्रामीण के शोघी में विपिन परमार और सोलन के अर्की में सरवीण चौधरी ने लोगों की समस्याएं सुनीं। राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉ. आरएन बत्ता ने बीते दिन इसकी अधिसूचना जारी कर दी थी।