जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर को किलाड़ के पूर्ण चंद की दोमंजिला गऊशाला में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग इतनी तेजी से फैली कि पुलिस व स्थानीय लोगों के प्रयास सफल नहीं हो सके। इस घटना में गऊशाला में रखे 60 देवदार के स्लीपर भी जलकर राख हो गए। बताया जा रहा है कि जैसे ही आग लगी तो तेज हवाओं के झोंकों ने उसमें घी डालने के समान काम किया। लोग व पुलिस आग पर काबू पाने के लिए घंटों तक जुटे रहे लेकिन तेज हवाओं व गऊशाला में भारी मात्रा में मौजूद देवदार की लकड़ी ने पूरी गऊशाला को राख करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सूचना मिलने पर उपमंडल प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावी परिवार को फौरी तौर पर 10 हजार रुपए की आर्थिक राहत राशि दी। आवासीय आयुक्त पांगी कर्म चंद चौधरी का कहना है कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, जिसमें आग लगने के कारणों के बारे में पता लगाया जाएगा। प्रथम दृष्टि में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट हो सकता है लेकिन पूरी जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है।