नहीं खुला PM मोदी की घोषणाओं का पिटारा, आभार में बदल गई परिवर्तन रैली

नहीं खुला PM मोदी की घोषणाओं का पिटारा, आभार में बदल गई परिवर्तन रैली

मंडी: प्रधानमंत्री बनने के बाद हिमाचल का पहली बार दौरा कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यहां की जनता में जहां भारी उत्साह था, वहीं ढेरों उम्मीदें भी थीं कि पी.एम. घोषणाओं का पिटारा खोलेंगे। मंडी रैली के दौरान जैसे-जैसे प्रधानमंत्री का भाषण आगे बढ़ता गया प्रदेश की जनता की धड़कनें भी बढ़ती गईं कि कब प्रधानमंत्री प्रदेशवासियों के लिए कोई बड़ी घोषणा करते हैं।
प्रधानमंत्री का भाषण खत्म भी हो गया मगर प्रदेश के लिए घोषणा तो दूर कोई बड़ा आश्वासन तक भी नहीं मिल पाया और प्रधानमंत्री का यह दौरा मात्र 3 विद्युत परियोजनाओं के उद्घाटन तक ही सिमट कर रह गया। प्रदेश उद्योग विकास निगम के उपाध्यक्ष ठाकुर सुरेंद्र पाल ने कहा कि उनका यह दौरा प्रदेश के लोगों की आशाओं के अनुरूप नहीं रहा। पड्डल में हुई परिवर्तन रैली एक तरह से आभार रैली में बदलकर रह गई। हालांकि भाजपा एक तीर से दो निशाने साधने की मंशा पाले हुए थी लेकिन पार्टी शीर्ष नेतृत्व के कहने पर केवल प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत तक ही रैली सिमट गई और लोग घोषणाएं न होने से मायूस हुए। ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा के दोनों मुख्यमंत्री पद के दावेदार नेता अपने-अपने क्षेत्र में जल्द प्रधानमंत्री की रैली करने जा रहे हैं, लिहाजा मंडी रैली को जानबूझ कर गौण किया गया ताकि यहां प्रधानमंत्री घोषणाएं न कर पाएं।
पार्टी नेताओं ने पहले तय कि या कि रैली को परिवर्तन लहर का नाम दिया जाए और नारे भी उसी प्रकार से तैयार किए गए कि दिल्ली सरकार हमारी है अब प्रदेश की बारी है लेकिन ऐन मौके पर अब रैली को आभार रैली का नाम दिया गया जिससे भाजपा में मांगों को लेकर एक राय नहीं बन पाई और मंच से एक भी नेता ने मुंह नहीं खोला। रैली से पूर्व भी सभी नेता मांगों को लेकर चुप्पी साधे रहे और केवल भीड़ जुटाने का दावा करते रहे। हालांकि रैली में भीड़ अच्छी-खासी जुटी लेकिन जिस उत्साह के साथ कार्यकर्ता और लोग आए वे प्रधानमंत्री के भाषण के बाद मुंह लटकाए चले गए। यहां तक कि कई कार्यकर्ताओं ने इस रैली की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जनसभा से जरूर की लेकिन घोषणाएं न होने बारे भाजपा के प्रदेश के नेताओं को कसूरवार ठहराया।

Related posts