आतंकवाद के खिलाफ भारत को मिला रूस का साथ, 6 अहम समझाैतों पर हुए हस्ताक्षर

नई दिल्लीः गाेवा में अाज से शुरु हाेने जा रहे दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के साथ-साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा और ब्राजील के राष्ट्रपति माइक टेमर गोवा पहुंच गए हैं। चाराें राष्ट्राध्यक्षों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। गोवा में ब्रिक्स समिट से पहले भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय बातचीत के बाद 16 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके उपरांत पीएम मोदी और व्लादिमिर पुतिन ने  कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट के यूनिट 3 और 4 की आधारशिला रखी।

PM माेदी का संबोधनः- 
पीएम मोदी ने रूसी कहावत का उल्लेख कहते हुए कहा, एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर है। भारत और रिश्ता सचमुच अनोखा है। रूस ‘मेक इन इंडिया’ को सफल बनाने में भी हमारी मदद कर रहा है। भारत और रूस ने आर्थिक रिश्तों को बेहतर बनाना जारी रखा है। दोनों देशों के बीच बिजनस और इंडस्ट्री आज ज्यादा मजबूत है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए सायेंस ऐंड टेक्नॉलजी कमिशन बनाने पर सहमति बनी है। इस दाैरान पीएम माेदी ने रूसी भाषा में ही अपना भाषण शुरु और खत्म किया।

भारत-रूस के बीच हुए अहम समझौतेः-

1) एस 400 ‘ट्राइअल्फ’ की खरीद भार का सबसे अहम फैसला है। यह रक्षा प्रणाली करीब 400 किलोमीटर के क्षेत्र में शत्रु के विमान, मिसाइल और यहां तक कि ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है। यह तीन तरह के मिसाइल छोडऩे बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली तैयार करने और एक-साथ 36 निशाने साधने में सक्षम है। यह ऐसा मिसाइल सिस्टम है, जिसके आगे अमेरिका भी पानी भरता है। इस सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के परमाणु बमों को भारत उसकी धरती पर ही मार गिराएगा।

2) अन्य अहम समझौता चार एडमिरल ग्रिगोरोविच-क्लास (प्रोजेक्ट 11356) गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट को लेकर है।  इस सौदे के तहत दो युद्धपोत रूस से आयेंगे और रूस के सहयोग से दो का निर्माण भारत में किया जाएगा।

3) भारत में चीता और चेतक हेलीकॉप्टर का स्थान लेने के लिए 200 कामोव 226टी हेलीकॉप्टर के निर्माण से जुड़ा जटिल समझौता दोनों देशों के बीच किया गया एक और अहम सौदा है।

4) यातायात के विकास और स्मार्ट शहरों के लिए हुआ समझौता

5) भारत-रूस के बीच गैस पाइपलाइन के अध्ययन की संभावनाओं पर समझौता

6) भारत-रूस के बीच शिक्षा और प्रशिक्षण में सहयोग पर समझौता

7) भारत और रूस ने Ka-226T हेलिकॉप्टर्स के जॉइंट प्रॉडक्शन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए।

8) भारत और रूस के बीच एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे से सम्बन्धित कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर।

9) विज्ञान और तकनीक आयोग पर भी रूस के साथ अहम समझौते

10) चार नौसेना फ्रिगेट और वायु रक्षा प्रणाली की खरीद पर हस्ताक्षर

11) न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्र में रूस करेगा सहयोग

12) सलाना सैन्य औद्योगिक सम्मेलन के लिए सहमति

आतंकवाद के मुद्दे पर पाक के घेरेगा
माना जा रहा है कि इस ब्रिक्स सम्मेलन में भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कवायद जारी रखते हुए अपना कूटनीतिक हमला तेज करेगा। इस सम्मेलन में आतंकवाद के खतरे से मुकाबले और कारोबार एवं निवेश बढ़ाने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों के नेता ऐसी अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने पर चर्चा करेंगे जो हमारे लक्ष्यों की राह में बाधा पैदा करते हैं।

सीसीआईटी पर भारत का जोर
ब्रिक्स में शामिल पांचों देश दुनिया के 3.6 अरब लोगों यानी करीब आधी आबादी की नुमाइंदगी करते हैं और उनका कुल जीडीपी 16.6 खरब अमरीकी डॉलर है। आतंकवाद से प्रभावी तौर पर निपटने के लिए कॉम्प्रीहेंसिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज्म (सीसीआईटी) पर संयुक्त राष्ट्र में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत ब्रिक्स देशों के बीच एकता की पुरजोर वकालत कर सकता है।

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