खनेरी अस्पताल मामले में जाँच दल ने किया एक और खुलासा

रामपुर उपमंडल के खनेरी में सरकारी डॉक्टर की लापरवाही से पथरी के मरीज की मौत के मामले में सोमवार को जांच टीम ने एक और खुलासा किया है। निजी अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के बाद जिस मरीज की मौत हुई थी, उसे बेहोश भी एक और सरकारी डॉक्टर ने किया था।

निजी अस्पताल के रिकॉर्ड से साफ हो गया है कि डॉ. राजेश्वर ने ऑपरेशन किया जबकि डॉ. सुभाष ने मरीज को बेहोश किया था। लिहाजा, पुलिस ने डॉ. राजेश्वर के बाद अब डॉ. सुभाष के खिलाफ भी धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

स्वास्थ्य विभाग डॉ. राजेश्वर को निलंबित कर चुका है जबकि डॉ. सुभाष के निलंबन की तैयारी है। जांच के बाद निजी अस्पताल के मालिक डॉ. बृज ठाकुर के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है। तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करने की पुष्टि एसपी डीडब्ल्यू नेगी ने की है। �

जांच टीम ने खंगाला रिकॉर्ड, आज सौंपी जाएगी रिपोर्ट
मामले की जांच के लिए गठित टीम सोमवार दोपहर बाद रामपुर पहुंची। टीम में उप निदेशक डॉ. पीसी महंत, सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. ए. बेनर्जी और एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. अमित अग्रवाल मौजूद रहे। टीम के पहुंचने पर अस्पताल का मालिक मौजूद नहीं था।

टीम ने निजी अस्पताल के कर्मियों की मौजूदगी में ऑपरेशन थियेटर का जायजा लिया। टीम के सदस्य डॉ. बनर्जी ने बताया कि छोटे ऑपरेशन के लिए थियेटर सही पाया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को स्वास्थ्य निदेशक को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

डॉ. राजेश्वर को ई-मेल से भेजे निलंबन आदेश : कपूर

खनेरी अस्पताल के एसएमओ डॉ. मनोज कपूर ने बताया कि अस्पताल के सर्जन डॉ. राजेश्वर ठाकुर को ने ई-मेल से भी निलंबन आदेश भेज दिए हैं। डॉ. राजेश्वर ने जिस ई-मेल से अवकाश पर जाने का प्रार्थना पत्र भेजा है, उसी ई-मेल आईडी पर निलंबन आदेश दे दिए हैं।

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