हरिद्वार जा रहे भारतीय सिख कांफ्रैंस के अध्यक्ष को सीमा पर रोका

पांवटा साहिब: पांवटा के रास्ते हरिद्वार जा रहे अखिल भारतीय सिख कांफ्रैंस के अध्यक्ष गुरुशरण सिंह बबर को उत्तराखंड पुलिस ने हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर कुल्हाल के पास रोक लिया। पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर उनको हरिद्वार न जाने की सलाह दी, जिसके बाद बबर अपने वाहन को पुल पर खड़ा कर पूरा दिन बैरियर हटाने का इंतजार करते रहे लेकिन पुलिस ने बैरियर नहीं हटाया और उनको रोके रखा। पुलिस ने उनके खिलाफ  एनएच जाम करने के आरोप में मुकद्दमा दर्ज किया है। वहीं गुरुशरण सिंह बबर ने उत्तराखंड पुलिस पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है।

 

जानकारी के अनुसार करीब 11 बजे बबर दिल्ली से पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहुंचे, जिसकी सूचना पर कुल्हाल बैरियर पर उत्तराखंड प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था। बबर ने 12 बजे पांवटा से हरिद्वार के लिए कूच किया जिनको कुल्हाल सीमा पर पुलिस ने रोक दिया। उत्तराखंड पुलिस अधिकारियों का कहना था कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिहाज से उनको रोका जा रहा है, वहीं बबर ने कहा कि उनका आज गुरुपर्व है और वह हरिद्वार जाकर पूजा-अर्चना करना चाहते हैं लेकिन पुलिस उनको हरिद्वार जाने से पहले ही गिरफ्तार करना चाहती है।

 

पुलिस ने बबर को पुल के ऊपर से अपना वाहन हटाने को कहा लेकिन वह नहींमाने, जिसको लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ उनकी नोक-झोंक हो गई। बाद में पुलिस अधिकारियों ने उनकी गाड़ी का चालान काटा और उनके खिलाफ  एनएच जाम करने का मामला दर्ज कर दिया। बबर ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस तानाशाही पर उतर आई है। सीमाओं को इस प्रकार से सील कर दिया गया है, मानों कोई आतंकी हमला होने वाला है।

 

यह है मामला 
उत्तराखंड के हरिद्वार में 469 साल पुराना ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा था। इस बारे किंवदंती यह है कि वहां पर गुरुनानक देव जी ने सिख संगत को ज्ञान दिया था। बताया जा रहा है कि 1984 के सिख दंगों के दौरान उस गुरुद्वारा को तोड़ दिया गया था और उस जगह पर इमारत बना दी गई थी। सिख समुदाय वहां पर दोबारा गुरुद्वारा बनाने की मांग कर रहा है। इसके लिए हर साल गुरुपर्व पर सिख नेता हरिद्वार जाने का प्रयास करते हैं लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस उनको सीमा पर ही रोककर उनका प्रयास विफल कर देती है।

 

अखिल भारतीय सिख कांफ्रैंस के अध्यक्ष गुरुशरण सिंह बबर का कहना है कि आज हमारा पर्व है, उसके बावजूद भी हमें हरिद्वार जाने से रोका जा रहा है। यह इसलिए किया जा रहा है कि मैं सिख हूं। सरकार को हरिद्वार में ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा का निर्माण करना चाहिए। वहीं एसपी ग्रामीण जिला देहरादून जीसी ध्यानी का कहना है कि पुलिस की उनके साथ कोई दुश्मनी नहीं है, उनके हरिद्वार जाने से वहां की कानून व्यवस्था खराब हो सकती है जिसके कारण उनको रोका जा रहा है। पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाए रखने का है।

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