टेस्ट क्रिकेटर ने सबके सामने कहा, ‘हां, मैं धोखेबाज और फिक्सर हूं’


मंगलवार, 1 जुलाई 2014

अपराध कबूलने के बाद लगा आजीवन प्रतिबंध

अपराध कबूलने के बाद लगा आजीवन प्रतिबंध

वर्ल्ड कप फुटबॉल में जहां एक मैच में 7 फुटबॉलरों के मैच फिक्सिंग में शामिल होने की बात सामने आई है तो व‌हीं क्रिकेट जगत में एक और बड़े क्रिकेटर को उसके किए की सजा सुनाई गई है। पिछले महीने बांग्लादेश के पूर्व कप्तान और अपने देश के हीरो क्रिकेटर मोहम्मद अशरफुल पर 8 साल का बैन लगा दिया गया था।

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व बल्‍लेबाज लू विंसेंट को ईसीबी ने आजीवन प्रतिबंधित कर दिया है। ईसीबी ने ऐसा विंसेंट के इस स्वीकारोक्ति के बाद किया है कि उन्होंने ईसीबी के एंटी करप्‍शन नियमों का उल्लंघन किया है।

ईसीबी ने आजीवन प्रतिबंध का फैसला विंसेंट के अपने अपराध को स्वीकार करने के कुछ ही घंटों के अंदर किया।

टेस्ट क्रिकेटर ने सबके सामने कहा, ‘हां, मैं धोखेबाज और फिक्सर हूं’

3 मैचों में 11 बार किया था अपराध

3 मैचों में 11 बार किया था अपराध

लू विंसेट ने मैच फिक्सिंग के आरोपों को स्वीकारते हुए कहा, ‘मैं धोखेबाज हूं। मैंने अपने देश और इस खेल को शर्मसार किया है।” मई में विसेंट पर काउंटी क्रिकेट में मैच फिक्सिंग से संबंधित 14 आरोप लगाए गए थे। विंसेंट पर क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, साथ ही वह कोचिंग या क्रिकेट से जुड़े ऐसे किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा भी नहीं ले सकेंगे जिसे ईसीबी, आईसीसी या किसी अन्य राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्डों की ओर से मान्यता मिली हो।

ईसीबी ने बताया कि विंसेंट को 3 काउंटी मैचों में एंटी करप्‍शन कोड के 18वें नियम का सरासर उल्लंघन करते पाए गए हैं। इन 3 मैचों में से पहला टी-20 मैच जो कि लंकाशायर और डरहम के बीच जून 2008 खेला गया था। जबकि शेष दोनों मुकाबले होव में अगस्त 2011 में ससेक्स और लंकाशायर तथा ससेक्स और केंट सीबी 40 के बीच खेले गए थे। तीनों मैचों में विंसेंट ने 11 बार अपराध किया जिस कारण ईसीबी ने उन पर आजीवन बैन लगाया।

35 वर्षीय विसेंट ने अपने बयान में कहा, “मेरा नाम लू विंसेट है और मैं एक धोखेबाज हूं। मैने एक पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और मैच फिक्स करने के एवज में कई बार पैसा लिया।”

चैंपियंस लीग में भी फिक्सिंग की है विंसेंट ने

चैंपियंस लीग में भी फिक्सिंग की है विंसेंट ने

ऐसा नहीं है कि लू विंसेंट ने काउंटी क्रिकेट में मैच फि‌क्सिंग किया है। वह चैंपियंस लीग में भ्रष्टाचार करने के दोषी पाए गए हैं। लीग के दौरान हुए मुकाबलों में उन पर 7 चार्जेस लगे हैं। विंसेंट ने 2012 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए चैंपियंस लीग के दौरान सट्टेबाजों से मैच फिक्सिंग के साथ-साथ यह करार भी किया था कि उन्हें आर्थिक रूप से काफी फायदा हो।

लीग में विंसेंट ऑकलैंड एसेस के लिए खेल रहे थे, इस दौरान 2 मैचों (10 अक्टूबर को हैंपशायर के खिलाफ और 15 अक्टूबर को कोलकाता नाइटराइडर्स के ख‌िलाफ) की भी पड़ताल की जा रही है। 2011 में भी चैंपियंस लीग में एक बुकी के उनके संपर्क करने के प्रयास के बारे में भी नहीं बताने का आरोप है।

गत वर्ष दिसंबर में विंसेट का नाम पहली बार आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की मैच फिक्सिंग की जांच में सामने आया था। इसके 2 महीने बाद विंसेट ने माना था कि 2013 में बांग्‍लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) के दौरान सट्टोबाजों ने उनसे संपर्क किया था। स्पॉट फिक्सिंग के 7 आरोपों के सही पाए जाने के बाद विंसेट को चैंपियंस लीग में भाग लेने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया था।

टेस्ट क्रिकेटर ने सबके सामने कहा, ‘हां, मैं धोखेबाज और फिक्सर हूं’

अपने पहले ही टेस्ट में बनाए 200 से ज्यादा रन

अपने पहले ही टेस्ट में बनाए 200 से ज्यादा रन

लू विंसेंट न्यूजीलैंड के बेहतरीन बल्‍लेबाजों में शुमार किए जाते रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत दिसंबर 2001 में की थी।

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत बेहद ही धमाकेदार अंदाज में की थी। अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक (104) और फिर दूसरी पारी में अर्धशतक (54) लगाया था। इस तरह अपने पहले टेस्ट में 200 से ज्यादा रन बनाए थे।

उन्होंने अपने देश के लिए 23 टेस्ट मैचों के अलावा 102 वनडे और 9 ट्वंटी-20 मैच खेले हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 6 शतक (3 टेस्ट और 3 वनडे) और 20 अर्धशतक भी जमाए हैं।

 

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