म्याड़ में फंसे तीन मरीज कुल्लू पहुंचाए

उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। लाहौल घाटी में मौसम साफ होेने के साथ ही हेलिकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है। प्रदेश के नंबर वन समाचार पत्र ‘अमर उजाला’ ने भी घाटी में फंसे मरीजों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था। इस पर हेलिकॉप्टर सेवा शुरू होने से मरीजों सहित घाटीवासियों ने भी राहत की सांस ली है। जिला प्रशासन की सिफारिश पर जीएडी ने तिंगरेट हेलीपैड के लिए उड़ान शेड्यूल जारी कर रविवार को तीनों मरीजों को घाटी से लिप्ट कर लिया। इससे परिजनों ने भी राहत की सांस ली है। मयाड़ घाटी के उड़गोस गांव की पलजोम और उरज्ञन डोलमा के साथ ही ख्ंाजर गांव के टशी अंगमों भी इलाज के लिए कुल्लू पहुंच गई हैं। तीनों मरीजों के कुल्लू पहुंचने पर उड़गोस के गोपाल शाशनी और बीडीसी सदस्य निशा डोलमा ने जिला प्रशासन, जीएडी समेत अमर उजाला का भी आभार जताया है। बताया जा रहा है कि उड़गोस की उरज्ञन डोलमा और ख्ंाजर गांव की टशी अंगमों काफी दिन से बीमार चल रही थीं, जबकि उड़गोस के पलजोम की शुक्रवार रात्रि अचानक तबीयत खराब हो गई थी। रविवार को भुंतर से हेलिकॉप्टर ने स्तींगरी, काजा और तिंगरेट के लिए तीन उड़ानें भरीं। काजा की उड़ान में चुनाव पर्यवेक्षक के साथ चुनावी सामग्री भेजी गई, जबकि तिंगरेट के लिए हुई उड़ान में वहां फंसे तीन महिला मरीजों को राहत प्रदान की गई। कुल्लू में तैनात उड़ान समिति के सह प्रभारी शेर लाल ने रविवार को लाहौल-स्पीति के हेलिकॉप्टर की तीन उड़ानें होने की पुष्टि की है।
शुक्रवार को जीएडी से जारी शेड्यूल के मुताबिक शनिवार को भुंतर से लाहौल के लिए तीन उड़ानों का शेड्यूल जारी था। इसमें पहली उड़ान भुंतर-स्तींगरी-भुंतर के बीच, दूसरी भुंतर-सिस्सू-भुंतर के बीच और तीसरी उड़ान भुंतर-स्तींगरी-भुंतर के बीच होनी थी। शनिवार को मौसम खराब होने पर लाहौल के लिए कोई उड़ान नहीं हो पाई। मयाड़ घाटी में फंसे तीन महिला मरीजों को निकालने के लिए रविवार को तीसरी उड़ान भुंतर-तिंगरेट-भुंतर के बीच भरी गई, जबकि पहली उड़ान भुंतर-स्तींगरी-भुंतर के बीच और दूसरी उड़ान भुंतर-काजा-भुंतर के बीच भरी गई।

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