इसी माह बहाल होगा रोहतांग दर्रा!

उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रे की बहाली के लिए सीमा सड़क संगठन के पास 25 किलोमीटर का फासला शेष रह गया है। लाहौल की ओर से दर्रे की जल्द बहाली के लिए सीमा सड़क संगठन के जवानों के साथ ही 70 आरसीसी के कमांडिंग अफसर एसके एंथोनी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। शुक्रवार को बीआरओ के जवानों ने डोहरनी मोड़ पर चढ़ाई शुरू कर दी है। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो संगठन इसी माह के अंत तक रोहतांग दर्रे को यातायात के लिए बहाल कर देगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीमा सड़क संगठन के जवानों ने रोहतांग दर्रे की बहाली के लिए दिन-रात एक कर माइनस तापमान और खराब मौसम में भी बर्फ हटाने में जुटे हैं। लाहौल की ओर से रोहतांग टाप छूने में महज आठ किलोमीटर का फासला रहा है, जबकि मनाली की ओर से टॉप पहुंचने में सत्रह किलोमीटर बर्फ हटाए जाने का कार्य बाकी शेष रह गया है। सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों का कहना है कि अभी आगे उनके जवानों को मनाली की ओर से राहनीनाला में गिरे विशालकाय हिमखंडों के साथ रोहतांग टॉप पर इसके आसपास में पड़ी भारी बर्फ में खूब पसीना बहाना पड़ेगा। लिहाजा, बर्फ का सीना चीर रहे संगठन के जवानों ने तय कर लिया है कि वे रोहतांग दर्रे को किसी भी सूरत में इसी माह के अंत तक बहाल करने में प्रयासरत होंगे। 70 आरसीसी के कमांडिंग अफसर एसके एंथोनी ने रोहतांग दर्रे की बहाली को 25 किलोमीटर का फासला शेष रहने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सब कुछ ठीकठाक रहा तो रोहतांग दर्रे को संगठन के जवानों के प्रयास से इसी माह के अंत तक बहाल किया जा सकता है। इधर, रोहतांग दर्रे की जल्द बहाली को लेकर लाहौल-पांगी घाटी के लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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